पार्षदपति किशोर मोतियानी ने मुंह बोला बेटा बनकर लगाई लखों की चपत
जयपुर। आदर्श नगर वार्ड नंबर 92 की पार्षदपति किशोर मोतियानी ने मुंह बोला बेटा बनकर लगाई लखों की चपत।
आदर्श नगर निवासी प्रकाश चंद खट्टर (खटवानी) का कहना है कि किशोर मोतियानी मेरा मुंह बोला बेटा बन कर मुझे अपने झांसे से में लेकर मुझसे लाखों का गबन कर गया।
खट्टर का कहना है कि किशोर रोज मेरे घर आ आ जाता था।मेरे साथ मेरे घर पर ही खाना खाता, मेरे साथ इधर उधर की बाते करता।मेरे को अपने साथ घूमता।ऐसे मुझे अपने विश्वाश में लेकर मुझे बोला कुछ रुपए है क्या दद्दू, अचानक कोई काम पड़ गया है।मैं वापस कर दूंगा।मैने सोचा रोजाना मेरे पास आता है पड़ोस में रहता है।मैने मानवता के विचार रखते हुए एक लाख रुपए विश्वाश पर दे दिए।
कुछ समय बाद फिर से किशोर कहता है दद्दू मुझे एक लाख की जरूरत ओर है तो मैने कहा मेरे पास नहीं है। फिर किशोर ने बोला बच्चों से ले कर दे दो।तो मैने अपने बेटे मनोज को कहा तो मेरे बेटे ने कहा निचली बार ले कर गया अभी वो ही नहीं आए रुपए।
तो मेरे बेटे ने कहा बिना लिखत पड़त के नहीं देने है।मैने किशोर को बताया कि बेटे ने लिखत पड़त के लिए कहा है तो किशोर लिखत पड़त के लिए तैयार हो गया।लिखत पड़त के पेड़े मैने किशोर को टुकड़ों में किशोर को चार लाख रुपए दे दिए।जिसकी मेरे पास लिखावट है।
हमारा व्यवहार रोज की चल रहा था। किशोर रोज घर आता बैठता। इधर उधर की बाते करता।
अचानक कुछ महीनों बाद किशोर ने घर आना बंद कर दिया। कुछ समय बाद किशोर मोतियानी को रुपए लौटाने के लिए फोन किया तो किशोर ने कहा कोई रुपए नहीं हैं मेरे पास ओर कॉल कट कर दिया। इसके बाद किशोर ने फोन उठाया बंद कर दिया। घर भी जाते तो घर नहीं मिलता। हमने समाज के लोगों से बात की और अपनी आपबीती सुनाई। समाज बंधुओं ने किशोर से बात की तो किशोर रुपए देने के लिए कभी 2 महीने का नाम लेता तो कभी 3 महीने का। जैसे ही रुपए देने का समय फिर से अगला समय बोल देता है। आज-कल, आज-कल करते बहुत समय निकल गया।
जब हम लगा अब कानून का सहारा लेना चाहिए तो हमने आदर्श नगर थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई।लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
कुछ समय बाद आदर्श नगर थाना पुलिस स्टेशन में पुलिस कमिश्नर द्वारा जनसुनवाई हुई वहां पर भी मेरे बेटे मनोज ने अपनी पीड़ा पुलिस के उच्च अधिकारियों को बताई लेकिन वहा से भी हमें कोई राहत नहीं मिली।
इस दौरान मेरे बेटे मनोज और बेटी आशा अपने निजी काम से जाकर स्कूटर पर आ रहे थे। तभी खड्डा बस्ती आदर्श नगर में किशोर ने अपनी कर से पीछे से टक्कर मारी और मेरे बच्चे गिर गए। बच्चे उठे तो देखा किशोर सामने खड़ा था और कहने लगा कि तुमने मेरी शिकायत पुलिस में दी है। अभी तो सिर्फ टक्कर मारी है आगे आगे देखते जाओ तुम्हारे साथ क्या होता है। या तो चुपचाप कर के बैठ जाओ नहीं तो तुम्हारा जीना दुश्वार कर दूंगा।
हमने इस बात की मौके से जानकारी फोन करके आदर्श नगर थाने में दी। (जिसकी मेरे पास कॉल रिकॉर्डिंग़ आज भी है) लेकिन पुलिस ने भी यह कहकर फोन रख दिया कि हम किशोर को समझा देंगे। इसके बाद किशोर मोतियानी की पत्नी रितु मोतियानी ने आदर्श नगर विधानसभा के वार्ड 92 से पार्षद का चुनाव लड़ा और जीत गई। हमने फिर अपने रुपयों के लिए कॉल किया तो किशोर की आवाज और बुलंदह गई। कहता है नहीं है मेरे पास जॉब करना है वह कर लो मैं पार्षद हूं अब, सरकार मेरी है तुम मेरा कुछ नहीं कर पाओगे।
अब मेरी आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं है।आठ दिन हॉस्पिटल में एडमिट हो कर आया हूं।
डॉक्टर्स ने भी जवाब दे दिया है।घर पर बेड पर बच्चों को सेवा करने को बोला है।मेरी बेटी आशा और बेटा मनोज मेरी सेवा करते है।आर्थिक स्थिति यह है कि दावा लाने के लिए रुपए भी नहीं है। मेरे ओर मेरे परिवार को किशोर मोतियानी से बहुत खतरा है, और अगर हमारे परिवार जानो के साथ आने वाले समय में कुछ भी अनहोनी घटना होती है तो उसका जिम्मेदार किशोर मोतियानी होगा।