राजस्थान में बिल्डरों को मिली बड़ी राहत, पर रेरा के इस फैसले से बुकिंगकर्ताओं को अब होगी बड़ी परेशानी

रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) के नए फैसले से जहां राजस्थान के बिल्डरों को राहत मिलेगी वहीं बुकिंगकर्ताओं को अब भारी दिक्कत आने वाली है।
जयपुर। राजस्थान में बिल्डरों से फ्लैट या कॉमर्शियल एरिया खरीदने की बुकिंग कराने वालों को अब मल्टीस्टोरी प्रोजेक्ट की स्ट्रक्चरल डिजाइन की जानकारी रजिस्ट्रेशन के साथ ही नहीं मिलेगी। रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ने मल्टीस्टोरी प्रोजेक्ट के रजिस्ट्रेशन के दौरान ही स्ट्रक्चरल डिजाइन सौंपने की बाध्यता हटा दी है। इससे बिल्डरों को तो राहत मिली है, लेकिन बुकिंग कराने वालों को पहले इमारत की हर छोटी से छोटी जानकारी निर्माण से पहले ही मिल रही थी वह अब नहीं मिल सकेगी।
स्ट्रक्चरल डिजाइन देना संभव नहीं, बिल्डरों का तर्क
रेरा ने ही पहले इसकी जरूरत समझते हुए अनिवार्य किया था। बिल्डरों का तर्क है कि इमारत निर्माण के दौरान कई तरह के परिवर्तन करने होते हैं, ऐसे में प्रोजेक्ट की शुरुआत में ही स्ट्रक्चरल डिजाइन देना संभव नहीं है। इस तर्क के आधार पर रेरा अफसरों ने संशोधन किया है। अब निर्माण कार्य के दौरान (कम्प्लीशन सर्टिफिकेट लेने से पहले) कभी भी डिजाइन सौंपने की छूट रहेगी।
बुकिंगकर्ता के लिए दिक्कत या बिल्डर के लिए सहूलियत
कुछ लोग वास्तु के अनुसार फ्लैट या कॉमर्शियल एरिया खरीदते आए हैं। इसमें स्ट्रक्चर डिजाइन भी देखी जाती है, जिसमें उस एरिया का मोटा खाका खिंचा होता है। चर्चा यह भी है कि कुछ एक बिल्डर ज्यादा सेलेबल (बिक्री योग्य) एरिया निकालने के लिए इंटीरियर डिजाइन में बदलाव करते हैं।
स्टैंडर्ड फीस घटाई
रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ने फार्म हाउस योजना लाने वालों को स्टैंडर्ड फीस में रियायत दी गई है। इनसे 5 रुपए के बजाए 3 रुपए प्रति वर्ग मीटर स्टैंडर्ड फीस ली जाएगी। इससे पहले औद्योगिक श्रेणी में भी स्टैंडर्ड फीस दस रुपए से घटाकर पांच रुपए की जा चुकी है।

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