राजस्थान में आइए, निवेश करके करोड़पति से अरबपति बनिए-उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़

एक खुशमिजाज,व्यवहार ‌कुशल और स्पष्टवक्ता फौजी अफसर से मिलना अपने आप में एक अनुभव है, आप भी मिलिए राजस्थान के उद्योग विभाग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से । प्रस्तुत है जगजाहिर से खास बातचीत के महत्वपूर्ण अंश 

जगज़ाहिर– इन दिनों देश और प्रदेश में युवाओं के रोजगार की समस्याओं को लेकर विशेष चर्चा है। इसके बारे में आप क्या सोचते हैं? आपका विभाग इस दिशा में क्या प्रयास कर रहा है?

 केंद्र सरकार और राज्य सरकार, दोनों मिलकर इस दिशा में बेहतरीन प्रयास कर रहे हैं। दोनों की मंशा है, युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले और उन्हें आगे बढ़ने के अवसर मिलें। इसके साथ ही देश की आर्थिक ताकत बढ़े, ये भी जरूरी है। देश के भीतर एक बहुत बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहा है। जहां जाएंगे, वहां बड़ी-बड़ी सड़कें बन रही हैं, एयरपोर्ट बन रहे हैं, पानी के जहाजों के बोट तैयार हो रहे हैं।  इंफ्रास्ट्रक्चर जब बनता है, तो उससे अनेकों रोजगार शुरू हो जाते हैं। बजरी, सीमेंट, लकड़ी, लोहा, कारीगरी, डिजाइनिंग, आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग, गाड़ियां, व्यवस्था सभी एक साथ जुड़ जाती हैं। सरकारी विभागों में जो वैंकेंसी लंबित थी, कोर्ट कचहरी में अटक जाती थी, उसको पारदर्शी बनाया जा रहा है। पेपर लीक को लेकर बड़ी सख्ती से कानून बनाया जा रहा है। युवाओं को लेकर सरकार की अनेकों योजनाएं हैं, जिसमें उनकी मदद करते हैं। फिर चाहे युवा, नए उद्योग लगाना चाहते हैं, तो उन्हें आर्थिक रूप से मदद मिलती है। विश्वकर्मा योजना, मुद्रा योजना, स्टार्टअप योजना के माध्यम से युवाओं के लिए अनेकों रोजगार का माहौल देश में बनाया जा रहा है। देश में सबसे युवा राष्ट्र आज भारत है। युवाओं के लिए नौकरियां देश में ही नहीं, बल्कि दुनिया के अंदर भी होनी चाहिए। मुझे नहीं लगता है कि हमारी सीमाएं सीमित करती हैं, हमारे युवाओं को। उसके लिए स्किल डवलपमेंट की बहुत अधिक जरूरत है। स्किल डवलपमेंट और स्वयं के रोजगार को लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने खूब फोकस किया है, ताकि युवा आगे बढ़ सकें।

जगज़ाहिर- विभाग की तरफ से महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए आगामी क्या योजनाएं हैं?

 महिला सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी ने कई तरह के कानून बनाए हैं और फंडिंग भी की है। शौचालय जब बने, उससे महिलाओं का स्वास्थ्य तो बेहतर हुआ ही है साथ ही उनका आत्म-सम्मान भी बढ़ा है। राजनीति में भी महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। विधान सभा, लोक सभा में 33 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं के लिए करने से  महिला सशक्तिकरण हुआ है। मुद्रा योजना में 75 प्रतिशत लोन महिलाओं को दिए गए। बैंकों को खास-तौर पर यह आदेश दिए गए हैं कि  स्वयं सहायता समूह को प्रमोट करें। रीको के जो इंडस्ट्रियल प्लॉट्स हैं, उसमें महिलाओं के लिए अलग से दर भी है और आरक्षण भी हैं।

जगज़ाहिर- उद्योग आधारित अर्थव्यवस्था का आप क्या रूप देखना चाहते हैं? प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए आपकी क्या योजनाएं हैं?

राजस्थान में नए रूप से काम हो रहा है। जहां पिछली सरकार केवल नीलामी करती थी, वहां अब बदलाव किए गए हैं। क्योंकि जब नीलामी होती है, तो रेट्स बढ़ जाते र्है। रेट्स बढ़ने से लागत बढ़ जाती है, लागत बढ़ने से व्यापारी को मुनाफा नहीं होता। ऐसे में व्यापारी राजस्थान में अपना व्यापार न लगाकर पड़ोसी प्रदेश में लगा लेते हैं। हम दो तरह से काम कर रहे हैं। एक जमीन की रेट को काफी नीचे ला रहे हैं। कॉस्ट ऑफ बिजनेस को कम कर रहे हैं। दूसरा सिस्टम ला रहे हैं 50 प्रतिशत प्लॉट लॉटरी पर होंगे। जो दो सौ ढाई सौ करोड़ से ऊपर का निवेश पहले वर्ष में करेंगे, उनके लिए सीधे आओ सीधे पाओ का हिसाब होगा। उनका फाइनेंसियल स्टेट्स देखा जाएगा, उनकी प्रतिष्ठा देखी जाएगी।  लागत कम होने से प्रदेश में एक माहौल बनेगा। जिससे निवेशक अपनी परियोजनाएं कम लागत और कम समय में लगा सकें।

जगज़ाहिर- निवेशकों को दरवाजे पर सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, इस दिशा में आपके क्या प्रयास हैं? निवेशकों को आकर्षित करने के लिए भविष्य में आपकी क्या योजनाएं हैं?

 राज्य में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस एंड कॉस्ट ऑफ बिजनेस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। हमारा उद्देश्य और मकसद राज्य में निवेश को आकर्षित करना है और इसके लिए नियमों का सरलीकरण होना जरूरी है। जिससे उद्यमियों को उद्योग लगाने में सहूलियत हो। हम उस प्रतिस्पर्धा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, जिसके तहत निवेशकों को निवेश के लिए आकर्षित किया जाता है। आने वाले समय में हमारी वेबसाइट आसान हो जाएगी। नियम-कानून आसान हो जाएंगे।  हमारे लिए वही वीआईपी है, जो यहां पूंजी निवेश करके इंडस्ट्री शुरू करना चाहता है।

जगज़ाहिर- उद्योगपतियों की समस्याओं को लेकर आप एक ऐप बनाना चाहते थे, क्या  वह ऐप तैयार है? यदि नहीं तो कितना समय लगेगा?

उत्तर  जब व्यापारी व्यक्तिगत रूप से मिलते हैं, तो कई बार अधिकारी लालफीताशाही करते हैं। मिलते नहीं हैं या उन्हें घंटों बिठा कर रखते हैं। जो नेगेटिव होते हैं, वे समस्या पैदा करते हैं। इसके लिए ऐप का माध्यम चुना गया है। जिसमें जिन लोगों ने हमारे यहां इंडस्ट्री लगा रखी है, उन्हें कोई फीस पे करनी है, एनओसी लेनी है, क्लीयरेंस लेनी है, जो भी रूटीन के काम करने हैं, उसके लिए वो ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस काम के लिए उन्हें किसी से मिलने की जरूरत नहीं है। उसी पर जवाब मिलेगा। इससे पारदर्शिता भी आएगी। ऐप तैयार कर लिया गया है। कुछ लोग इस्तेमाल भी कर रहे हैं। सॉफ्ट लॉन्च के तहत उसकी कमियां देखी जा रही हंै। महीने दो महीने में इस्तेमाल के लिए सामने आ जाएगा।

जगज़ाहिर –  वो एक चीज क्या है, जिसके लिए आप चाहेंगे आपको याद किया जाए?

उत्तर- मैं 16 साल की उम्र से सैनिक हूं, सेना में यही सिखाया गया है कि काम करते रहो, बोलो कम। प्रधानमंत्री मोदी जी की जो टीम है, वो एक लक्ष्य लेकर काम कर रही है। हमें अर्थव्यवस्था को तीसरी सबसे शक्तिशाली आर्थिक ताकत बनाना है। वही टीम का एक हिस्सा राजस्थान में भी काम कर रहा है। अधिकारियों को एक टारगेट दे दिया गया है। हमारी मानसिकता ये होनी चाहिए कि राजस्थान में आइए करोड़पति बनिए, अरबपति बनिए। साथ में हमारे युवाओं को भी आगे बढ़ने का अवसर मिले। ऐसा हमें हमारा प्रदेश बनाना है। लोग कहें, व्यापार करना है तो  राजस्थान में करना है। सारा व्यापार यहां होना चाहिए। हम दो साल में बिजली में आत्मनिर्भर हो जाएगें। पानी की कमी भी खत्म होने वाली है। हमारे पास युवा शक्ति है। बुद्धिमान लोग हैं। राजस्थानी प्रदेश के अंदर बिजनेस करें, दुनिया के लोगों को लेकर यहां आएं। ऐसा हमें यहां का माहौल बनाना चाहिए। ये हमारा लक्ष्य है। उसमें मैं एक छोटा सा हिस्सा हूं। स्पष्ट दिमाग, स्पष्ट रूप से काम करता हूं, निस्वार्थ रूप से काम करता हूं, ऐसी टीम बनाई है। राजस्थान में स्टोन, मार्बल, फर्नीचर आईटी, सेक्टर आए, हमें जयपुर ज्वैलरी को बढ़ावा देना है। हर तरह से राजस्थान को मजबूत बनाना है। इस तरह का काम राजस्थान में हो, यही हमारा सपना है।

जगज़ाहिर- देश भर में उद्योग विभाग को एक नई पहचान मिल सके इसके लिए आप कौन-कौन से कदम उठाएंगे?

 इसके लिए हम दो मजबूत चीजें करने वाले हैं। बिजनेस की लागत कम हो, बिजनेस करना आसान हो और स्किल डवलपमेंट तीनों से राजस्थान के नौजवान भी आगे बढ़ेंगे और बिजनेस में आर्थिक ताकत को भी बढ़ावा मिलेगा। हमें कांग्रेस से जो राजस्थान के लिए आर्थिक विरासत मिली, वो 15 लाख करोड़ की मिली है। हम पांच साल के अंदर इसे तीस लाख करोड़ का राजस्थान बना देगें।

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