राजस्थान में गजेंद्रसिंह शेखावत को मिलेगी जेड ग्रेड की सुरक्षा
राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले गजेंद्र सिंह शेखावत को जेड ग्रेड की सुरक्षा देने का फैसला हुआ है। सूत्रों के मुताबिक इंटेलीजेंस ब्यूरो के इनपुट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस पर फैसला लिया है। जोधपुर सांसद की सुरक्षा में अब सीआरपीएफ के 33 कमांडो उनकी सुरक्षा में लगे रहेंगे। प्रदेश में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहक्षेत्र से ही वो सांसद है। उनकी गिनती बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री उम्मीदवारों की लिस्ट में होती है। पंजाब जैसे संवेदनशील इलाकों में भी शेखावत को पार्टी की ओर से बड़ी जिम्मेदारी दी जा चुकी है।
शेखावत को पंजाब और हरियाणा में पहले से जेड ग्रेड की सुरक्षा मिली हुई थी। अब उनको राजस्थान में भी ये सुरक्षा मिलेगी।
क्या होती है जेड सुरक्षा
जेड सुरक्षा को बेहद मजबूत माना जाता है। इसमें केंद्रीय सुरक्षा बलों को जिम्मेदारी दी जाती है। संबंधित व्यक्ति को 22 सुरक्षाकर्मी हर वक्त सुरक्षा देते है। इन कमांडो में 4 या 5 कमांडर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड भी शामिल किए जाते है। अन्य जवान दिल्ली पुलिस या सीआरपीएफ के होते है। इसमें जिन कमांडो को तैनात किया जाता है उनके पास मशीनगन से लेकर आधुनिक संचार साधन होते है। इन कमांडो को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग भी मिली हुई होती है जो किसी भी जोखिम के समय में बिना हथियारों के भी हमलावर से मुकाबला कर सकते है।
गजेंद्र सिंह शेखावत
राजस्थान के जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री है। उनके कंधों पर पीएम मोदी ने जल जीवन मिशन को कामयाब करने की जिम्मेदारी दे रखी है। जलशक्ति मंत्रालय बनने के बाद पहली जिम्मेदारी उनको ही मिली। बीजेपी के पंजाब प्रभारी भी है। पंजाब जैसे संवेदनशील प्रदेश में पार्टी की कमान संभाल रहे है। पीएम मोदी के पंजाब दौरे पर हुए सुरक्षा ब्रीच मामले में भी शेखावत ने ही सभी किसान संगठनों से वार्ता की थी। इलके अलावा शेखावत को हाल ही में हरियाणा में हुए राज्यसभा चुनाव में भी प्रभारी बनाया गया था। राष्ट्रपति चुनाव में वो एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के चुनाव प्रचार संयोजक की जिम्मेदारी संभाल चुके है। शेखावत ने जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से छात्र राजनीति के जरिए सियासत में एंट्री की थी।
गजेंद्र सिंह शेखावत की गिनती राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों में की जाती है। मुख्यमंत्री रहते हुए वसुंधरा राजे से सीधी अदावत रख मोदी शाह के चहेते बने शेखावत इन दिनों अशोक गहलोत सरकार पर काफी आक्रामक रहते है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट विवाद में खरीद फरोख्त मामले में ऑडियो टेप को लेकर उन पर मामला भी दर्ज है। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होनें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को हराकर ही जोधपुर सांसद बने थे।