देवनानी ने किया युवाओं का आव्हान- राष्ट्रवाद से जुडे, स्वावलम्बी बने राष्ट्र प्रथम का भाव आत्मसात करें
जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि देश के युवा राष्ट्रवाद से जुडे और स्वावलम्बी बनें। उन्होंने कहा कि राष्ट्र प्रथम का भाव आत्मसात करना होगा। युवाओं को भारतीय संस्कृति को आगे बढाने की पहल करनी होगी, ताकि भारत विश्व की पहली पंक्ति में खडा हो सके।
देवनानी बुधवार को यहां केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के सभागार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 77 वें स्थापना दिवस पर आयोजित वरिष्ठ कार्यकर्त्ता सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर मां सरस्वती और स्वामी विवेकानन्द ने चित्रों पर माल्यार्पण कर समारोह का शुभारम्भ किया।
विश्व में परचम फहरा रहे है भारतीय- राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि विभिन्न देशों में रह रहे भारतीय विश्व में परचम फहरा रहे है। उन्होंने कहा कि गत दिनों में अनेक देशों में संसदीय कार्य व्यवस्थाओं की अध्ययन यात्रा की है। सभी देशों में भारतीय श्रेष्ठ कार्य कर रहे है। भारतीय संस्कृति के साथ अपने क्षेत्र में नाम रोशन कर रहे है।
जमाना बदल रहा है – देवनानी ने कहा है कि जमाना बदल रहा है, इसलिए हमें तेजी से आगे बढना है। युवाओं को अपनी ताकत को समझना होगा और देश द्रोही ताकतों से सचेत रहना होगा।भारत विश्व गुरू है – देवनानी ने कहा कि भारत विश्व गुरू था और आज भी विश्व गुरू है। अब राष्ट्र की सेना भारत में बने हथियारों का ही उपयोग कर रही है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है।
सामाजिक सरोकारों से जुडे – श्री देवनानी ने कहा कि युवाओं को सामाजिक सरोकारों से जुडना होगा। भारतीय ग्रामीण जीवन दर्शन के साथ आगे बढना होगा। नौकरी करने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनना होगा। इस मौके पर श्री निम्बाराम, श्री मिलिन्द मराठे, श्री देवदत्त जोशी, डॉ. जिनेश जैन और श्री शुभेन्द्र सिंह निर्माण सहित अनेक लोग मौजूद थे।